The Shodashi Diaries
Wiki Article
॥ अथ श्रीत्रिपुरसुन्दरीचक्रराज स्तोत्रं ॥
रागद्वेषादिहन्त्रीं रविशशिनयनां राज्यदानप्रवीणाम् ।
हस्ते पङ्केरुहाभे सरससरसिजं बिभ्रती लोकमाता
संहर्त्री सर्वभासां विलयनसमये स्वात्मनि स्वप्रकाशा
पद्मालयां पद्महस्तां पद्मसम्भवसेविताम् ।
श्री-चक्रं शरणं व्रजामि सततं सर्वेष्ट-सिद्धि-प्रदम् ॥२॥
हव्यैः कव्यैश्च सर्वैः श्रुतिचयविहितैः कर्मभिः कर्मशीला
For all those nearing the top of spiritual realization, the ultimate phase is described as a condition of comprehensive unity with Shiva. Listed here, personal consciousness dissolves to the universal, transcending all dualities and distinctions, marking the culmination of the spiritual odyssey.
या देवी दृष्टिपातैः पुनरपि मदनं जीवयामास सद्यः
Sati was reborn as Parvati towards the mountain king Himavat and his spouse. There was a rival of gods named Tarakasura who might be slain only with the son Shiva and Parvati.
यह देवी अत्यंत सुन्दर रूप वाली सोलह वर्षीय युवती के रूप में विद्यमान हैं। जो तीनों लोकों (स्वर्ग, पाताल तथा पृथ्वी) में सर्वाधिक सुन्दर, मनोहर, चिर यौवन वाली हैं। जो आज भी यौवनावस्था धारण किये हुए है, तथा सोलह कला से पूर्ण सम्पन्न है। सोलह अंक जोकि पूर्णतः का प्रतीक है। सोलह की संख्या में प्रत्येक तत्व पूर्ण माना जाता हैं।
यामेवानेकरूपां प्रतिदिनमवनौ संश्रयन्ते विधिज्ञाः
‘हे देव। जगन्नाथ। सृष्टि, स्थिति, प्रलय के स्वामी। आप परमात्मा हैं। सभी प्राणियों की गति हैं, आप ही सभी लोकों की गति हैं, जगत् के आधार हैं, विश्व के करण हैं, सर्वपूज्य हैं, आपके बिना मेरी कोई गति नहीं है। संसार में परम गुह्रा क्या वास्तु है?
Throughout the key temple in the Kamakhya complicated resides Shodashi, or Surashi, the Devi of sixteen summers, so named due to the fact she assumes the get more info shape of the youth of eternally 16. She is known, also as Kamakshi Devi and there is no question this is truly her epicenter of ability during the terrestrial plane.